1. अपराधमुक्त समाज एक कल्पना है लेकिन समुचित न्याय की व्यवस्था अपराध की मात्रा को कम जरूर कर सकती है।
2.
आंकड़ों पर अगर ध्यान दें तो यह कहा जा सकता है कि अपराध की मात्रा में इजाफा ही हुआ है जहां इतने छूट के बाद इसमें कमी आनी चाहि ए.
3.
प्रश्नगत आदेश में न्यायालय द्वारा यह स्पष्ट किया गया है कि इस प्रार्थना पत्र में संज्ञेय अपराध की मात्रा कम होना प्रतीत होती है, जबकि यह स्पष्ट होना चाहिए कि क्या कोई अपराध बनता है या नहीं।
4.
माफ़ी स्वयं में दंड है, इसलिए न्याय करने वाला व्यक्ति सच्ची माफ़ी मांगने वाले को उसके अपराध की मात्रा और सीमा पर विचार करते हुए एक अवसर देता है, तो उसके न्याय का पलड़ा डगमगाता हुआ नहीं कहा जाना चाहिए।
5.
लोग यह आसानी से महसूस सकते हैं कि किसी को मारना नैतिक तौर पर ग़लत है, कि सजा के तौर पर एक हत्यारे की हत्या करना पाखंड है, कि आजीवन कारावास की बजाय मृत्युदंड देने से अपराध की मात्रा में कोई कमी नहीं आती।
6.
कुछ अन्य अधिकार क्षेत्रों (विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के अधिकांश हिस्से) के विपरीत, ब्रिटेन में काले धन को वैध बनाने वाले अपराध गंभीर अपराधों की आय तक ही सीमित नहीं हैं, न ही वहां कोई मौद्रिक सीमा है, न ही काले धन को वैध बनाने के किसी अपराध की मात्रा के लिए किसी कार्रवाई का उद्देश्य या कोई मनी लॉन्डरिंग डिजाइन बनाने की कोई आवश्यकता है.
7.
कुछ अन्य अधिकार क्षेत्रों (विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप के अधिकांश हिस्से) के विपरीत, ब्रिटेन में काले धन को वैध बनाने वाले अपराध गंभीर अपराधों की आय तक ही सीमित नहीं हैं, न ही वहां कोई मौद्रिक सीमा है, न ही काले धन को वैध बनाने के किसी अपराध की मात्रा के लिए किसी कार्रवाई का उद्देश्य या कोई मनी लॉन्डरिंग डिजाइन बनाने की कोई आवश्यकता है.